केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने किए मध्यप्रदेश की 11 हजार 27 करोड की सड़कों के लोकार्पण और शिलान्यास
मध्यप्रदेश मध्यप्रदेश की पर्यटन और हस्तशिल्प की पहचान को स्थापित करेंगी नई सडकें
हरदा-बैतूल चार लेन मार्ग का चौड़ीकरण (चिचोली-बैतूल) लागत 620 करोड़, लम्बाई 40 किलोमीटर एवं हरदा-बैतूल चार लेन चौड़ीकरण (हरदा टेमगांव) - लागत 555 करोड़, लम्बाई 30 _ किलोमीटर मार्ग का शिलान्यास सांसद श्री डीडी उइके ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास/लोकार्पण कार्यक्रम में लिया भाग केन्द्रीय सडक निधि से 700 करोड़ देने की सहमति आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए केन्द्र सरकार करेगी अधिकतम सहयोग मध्यप्रदेश की पर्यटन
भोपाल,ताप्ती समन्वय, 25 अगस्त 2020, ब्यूरो। केन्द्रीय सडक परिवहन और राजमार्ग एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री नितिन गडकरी ने मध्यप्रदेश की अनेक सडकों के लोकार्पण के साथ ही नए कार्यों के लिए आधारशिला रखी। वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से कुल 11 हजार 427 करोड़ की लागत से 1361 किमी लम्बाई की 45 सडक परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण संपन्न हुए। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय स्थित कक्ष से इसमें हिस्सा लिया, जबकि वर्चुअल कार्यक्रम में केंद्र सरकार और प्रदेश के कई मंत्री, सांसद, विधायक भी अलग-अलग स्थानों से इसमें सम्मिलित हुए। जिले से सांसद श्री डीडी उइके ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास/लोकार्पण कार्यक्रम में भाग लिया। केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने नई सडकों के निर्मित होने और अनेक सडकों का कार्य चालू होने के लिए प्रदेश की जनता को बधाई देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश समृद्ध बनेगा। प्रदेश की सडक निर्माण की आवश्यकताओं को केन्द्र सरकार द्वारा पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने केन्द्रीय सडक निधि (सीआरआईएफ) से जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों पर 700 करोड़ रूपए के कार्यों के लिए सहमति प्रदान की। प्रस्तावों को मंजूरी देकर आवश्यक धनराशि भी प्रदान की जाएगीमध्यप्रदेश में हस्तशिल्प विकास और पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए उनका मंत्रालय अधिकतम सहयोग प्रदान करेगा। अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिले और वे प्रदेश के विकास में सहभागी बनें, इसके लिए मध्यप्रदेश के प्रोजेक्ट मंजूर करने में विलंब नहीं होगा। श्री गडकरी ने कहा कि आज जिन मार्गों का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है, उससे आर्थिक विकास की गति को तेज करने में सहयोग मिलेगा। परियोजनाओं से राज्य के मुख्य लंबे समयलेख किया। नए मार्गों के लिए मंजूरी का भी जार करोड़ के पाँच शहरों से ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंच आसान होगी, पर्यटन में वृद्धि होगी, रोजगार निर्माण और किसानों एवं व्यापारियों के साथ ही आम नागरिकों के समय, ऊर्जा और धन की भी बचत हो सकेगी। मध्यप्रदेश की आर्थिक रफ्तार तीव्र होगी। श्री गडकरी ने आज स्वीकृत परियोजनाओं में से ओरछा में ब्रिज के निर्माण, ग्वालियर-देवास मार्ग, डबरा, जबलपुर, रीवा, भोपाल, साँची, सागर, बीना के कार्यों के लंबे समय से पूर्ण होने की जनप्रतिनिधियों की अपेक्षाओं का भी उल्लेख किया। 10 हजार करोड़ के पाँच नए मार्गों के लिए मंजूरी केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने वर्ष 2020-21 के लिए 10 हजार करोड़ लागत के पांच नए मार्गों की स्वीकृति प्रदान की। इनमें राष्ट्रीय मार्ग उज्जैन-झालावाड़ 132 कि.मी., सागरटोला-कबीर चबूतरा 45 कि.मी., बुदनी-रहेटी- नसरुल्लागंज 43 किमी. शामिल है। इन्दौर-सनावद- बारेगांव-136 कि.मी. और बोरगांव-बुरहानपुर- अकोला-174 कि.मी. शामिल हैं। श्री गडकरी ने कहा कि मध्यप्रदेश में सडक निर्माण कार्यों की कुछ डी.पी.आर. तैयार की जा रही हैं, जिन्हें शीघ्र ही मंजूरी मिलेगी। केन्द्रीय सडक एवं बुनियादी ढाँचा निधि (सीआरआईएफ) के 5325 करोड़ के 97 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। इसके साथ ही अंतर्राज्यीय जुड़ाव एवं आर्थिक महत्व (आईएससी एण्ड ईआई) के अंतर्गत 30 करोड़ के कार्यों को स्वीकृति दी गई है। मध्यप्रदेश को 2855 करोड़ की राशि सीआरआईएफ में प्रदान की गई है। श्री गडकरी ने कहा कि मध्यप्रदेश में 13 हजार 248 किमी लंबाई एनएच की सडकों की है। यह मध्यप्रदेश में निरंतर बढ़ी है। विश्व का सबसे लंबा एक्सप्रेस हाईवे होगा दिल्ली- मुम्बई कॉरीडोर, मध्यप्रदेश होगा लाभान्वित केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने बताया कि भारतमाला योजना के अंतर्गत चंबल अटल प्रोग्रेस-वे के लिए शीघ्र ही आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। यह मार्ग 358 कि.मी. का है। इससे मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और राजस्थान की प्रगति तेज होगी। यह एक्सप्रेस-वे मध्यप्रदेश में 309 कि.मी., उत्तरप्रदेश में 17 किमी और राजस्थान में 32 कि.मी. का होगा। केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने दिल्ली-मुम्बई कॉरीडोर का भी जिक्र करते हुए कहा कि एक लाख करोड़ लागत से बनेगा और समय एवं ईंधन की बड़ी बचत में उपयोगी रहेगा। दिल्ली से मुम्बई 12 घंटे में पहुंचना संभव होगा। वर्ष 2023 के पूर्व इसे निर्मित करने का लक्ष्य है। यह विश्व का सर्वाधिक लम्बाई का एक्सप्रेस हाईवे होगा। इस परियोजना में भूमि अधिग्रहण की लगभग 15 हजार करोड़ की राशि की बचत संभव हो रही है। मध्यप्रदेश में यह हाईवे 244 किमी लम्बाई में रहेगा। केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने कहा कि सडक दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने प्रदेश में नए ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर्स प्रारंभ करने के लिए भी सहमति दी। श्री गडकरी ने कहा कि मध्यप्रदेश ही नहीं पूरे देश में सडकों के अनेक ब्लैक स्पॉट में सुधार कार्य से हादसों में कमी आ रही है। केन्द्रीय मंत्री ने मध्यप्रदेश को सडक निर्माण परियोजनाओं और कृषि आधारित लघु उद्योगों के विकास में भरपूर सहयोग कर आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए सभी स्वीकृतियाँ देने का आश्वासन दिया। केन्द्र सरकार के नवाचार प्रशंसनीय मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वर्चुअल लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के लिए आज का दिन प्रगति का नया अध्याय जोडने का दिन है। श्री गडकरी की कार्यों को तत्परता से पूरा करने की शैली और वित्तीय प्रबंधन के गुण का कोई जवाब नहीं है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश से साकार किया जा रहा है। प्रदेश को मिलीं सडकों की सौगात के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी और श्री गडकरी का प्रदेश की जनता की ओर से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे ऐसे जननेताओं का अभिनंदन करना चाहते हैं। केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने प्रदेश में उनके मंत्रालय से जुड़े किसी भी कार्य के लिए स्वीकृति देने में इंकार नहीं किया, बल्कि बिना देर किए मंजूरियां दी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री गडकरी को जानकारी दी कि आज ही आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का ड्राफ्ट फायनल हुआ है। मध्यप्रदेश में जलीय परिवहन के संबंध में विचार किया जा रहा है। ओंकारेश्वर और इंदिरा सागर जलाशयों के पर्यटन संबंधी उपयोग के साथ ही एम.एस.एम.ई. सेक्टर में नवीन गतिविधियों का रोडमैप बनाया गया है। प्रदेश के औद्योगिक विकास को इससे बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 329 कि.मी. के आठ मार्गों में से दो मंजूर हो गए हैं। ये मार्ग नसरुल्लागंज-रेहटी-बुदनी 42 कि.मी. और सागरटोला-कबीर चबूतरा 44 कि.मी. हैं। शेष 6 मार्गों के लिए भूमि उपलब्ध है। उन्होंने केन्द्रीय सडक परिवहन राजमार्ग, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री नितिन गडकरी से जीरापुरा-पिछोर, भोजापुराढोलखेड़ी, कुरवाई-मुंगावली-चंदेरी, जीरापुर-सुसनेर, पवई-चंदिया, बमीठा-खजुराहो के लिए मंजूरी का आग्रह किया। उन्होंने श्री गडकरी को सडक सुरक्षा के प्रयासों के लिए भी धन्यवाद दिया। श्री चौहान ने कहा कि इन प्रयासों से आज अनेक कीमती जानें बच पा रही हैं। केन्द्र सरकार के इस तरह के नवाचार प्रशंसनीय हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रामवन गमन पथ के लिए भी केन्द्र सरकार से सहयोग की अपेक्षा है। वर्तमान में इस मार्ग के एक हिस्से मैहर-सतना-चित्रकूट की 121 कि.मी. की स्वीकृति मिली है। इसी तरह जिलों में ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर्स प्रारंभ करने, इंदौर जबलपुर में बीओटी मॉडल पर लॉजिस्टिक हब की शुरूआत के लिए पूर्ण सहयोग की आशा है।